Description
‘भगवान कहाँ रहते हैं?’ नन्ही रिंकी के मन में अचानक, ऐसा प्रश्न उठा और उसने अपनी खोज शुरू कर दी। अलग-अलग व्यक्तियों के पास जाकर उसने इसका ज़वाब ढूँढने की कोशिश की। लेकिन हर एक के पास से मिले जवाब में से उसे अन्य अनेक प्रश्न उद्भव होते थे, जिससे वह और अधिक उलझ गई, साथ ही उसकी उत्सुकता भी बढ़ती गई। जब तक उसे संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तब तक उसने चैन नहीं लिया। आखिर में उसे भगवान का एड्रेस मिल ही गया।
कैसे? किससे? उसके सभी प्रश्नों के उसे क्या जवाब मिले?.....
सुंदर चित्रों द्वारा प्रदर्शित, रिंकी की यह उत्सुकताभरी यात्रा का आनंद उठाने के लिए, यह पुस्तक अवश्य पढ़ो और ढूँढ निकालो की भगवान कहाँ रहते हैं?