Description
फ्रेन्ड्स बनाने किसे अच्छा नहीं लगता? यदि आपको फ्रेन्डशिप टिकाकर रखनी हो तो लेट गो करना ही पड़ता है। आमने-सामने एडजस्टमेन्ट लेने ही पड़ते हैं। हमें उसका थोड़ा-बहुत अच्छा नहीं लगता हो फिर भी चला लेना, अपना वह चला ले, आमने-सामने ऐसा रहे तभी फ्रेन्डशिप टिकती है। हमें जो अच्छा नहीं लगता, ऐसा हमें किसी के साथ नहीं करना है। तभी हम एक अच्छे फ्रेन्ड बन पाएँगे। क्या फ्रेन्डशिप में शर्ते होती हैं?...लेकिन छोटा सा राहुल शर्तो के साथ फ्रेन्ड ढूँढने निकला। वह भी एक नहीं, ओहोहो! कितनी सारी शर्तें! क्या उसे ऐसा फ्रेन्ड मिलता है कि जो उसकी सभी शर्तें पूरी करे? हाँ, मिलता है। कब, कितने और कैसे? तो ज़रूर पढ़ो और मज़ा लो राहुल के सफर का! कौन मेरा फ्रेन्ड बनेगा?
जैसे-जैसे आप यह पुस्तक पढ़ते जाएँगे, वैसे-वैसे अच्छे फ्रेन्ड कैसे बन सकते हैं, यह रहस्य आपको समझ में आता जाएगा। साथ ही साथ फ्रेन्ड्स कैसे होने चाहिए। उस बारे में परम पूज्य दादाश्री की समझ भी मिलेगी। तो छोटे बच्चों की यह किताब पढ़ना मत भूलना।